रात में चमकते सितारों से मैंने कुछ पूछा,
पता नहीं क्यों उन्होंने मुह छुपा लिया.
फिर जब चाँद ने अपनी चांदनी को आसमान में फैलाया,
तब तारों ने हमें देख कर कुछ यु ही मुस्कुरा दिया.
पता नहीं क्यों उन्होंने मुह छुपा लिया.
फिर जब चाँद ने अपनी चांदनी को आसमान में फैलाया,
तब तारों ने हमें देख कर कुछ यु ही मुस्कुरा दिया.
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